भारत में भ्रस्टाचार के चौतरफा आरोपों से घिरे केंद्र तथा राज्य सरकारों के नेता अधिकारी गठबंधन के लगातार सामने आने के बाद विकास के दावो की कलाई खुलने लगी है । कामनवेल्थ गेम्स पर घिरी डॉ। मनमोहन सिंह तथा शीला दीक्छित की सरकार अब संसद में जेपीसी जाँच के नाम पर हिलती नजर आ रही है । छत्तीसगढ़ में भ्रस्टाचार तथा आय से अधिक संपत्ति के मामलों में अधिकारियो तथा नेताओ से जुड़े उद्योग समूहों के आयकर तथा भ्रस्टाचार विरोधी पुलिस विंग के दायरे में आने के बाद राजीव अग्रवाल , संजय अग्रवाल ,छगन मूंदड़ा , बजरंग अग्रवाल जैसे लोग जाँच के दायरे में आये है.